शराब का धंधा छोड़ने वाले को 1 लाख रुपये देगी बिहार सरकार, CM नीतीश ने नशा मुक्ति दिवस पर किया बड़ा ऐलान
बिहार में 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस अभियान के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा हर शराब उद्योगकारो को एक एक लाख रूपए, देने का वादा किया हैं. अगर वो शराब का धंधा छोर देते हैं. तो नीतीश कुमार द्वारा किया गया ये वादा तारी बेचने वाले पर भी लागु होता हैं, उनका कहना हैं, की यदि तारी बेचने वाले लोग तारी का धंधा छोर के नीरा बनाने का बिजनेस करते हैं, तो उनको भी सरकार द्वारा एक लाख रूपए प्रदान किये जायेंगे, आइये देखते हैं, क्या हैं, पूरी न्यूज़,

दरअसल बिहार में शराबबंदी पूर्णरूपेण लागु हैं, और यह साल 2016 में लागु की गयी थी, और तब से लेकर अभी तक शराब बंदी के नियम को बिहार के प्रशासन द्वारा पूर्ण रूप से पालन करवाया जा रहा हैं, जिसके अंतर्गत बिहार पुलिस के द्वारा लगभग 4 लाख लोगो को शराबबंदी के मामले में गिरफ्तार किया गया हैं, पर नीतीश कुमार का कहना हैं, कि असली धंधेबाज कहां पकड़ा जाता है? वो तो बाहर नहीं निकलता है. गरीब लोगों को बाहर भेजकर होम डिलीवरी कराता है. गरीब गुरबा को पकड़ने की जरूरत नहीं है. जो गरीब थोड़ा बहुत शराब या ताड़ी बेचते हैं उनके लिए हम ये स्कीम लाए हैं.
हाल ही का ट्वीट
नीतीश सरकार बिहार में शराब बेचने का काम छोड़ने वाले लोगों को एक लाख रूपये देगी। शराब ही नहीं बल्कि ताड़ी बेचने वालों के लिए भी ये स्कीम है। अगर लोग ताड़ी के बजाय नीरा बनायेंगे तो सरकार उन्हें भी एक लाख रूपये देगी।#NitishKumar #Bihar #LiquorBan pic.twitter.com/NBNY0NCUHN
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) November 26, 2022
इस महीने में शराबबंदी की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध विभाग को कहा था कि वो शराब पीने वालों की बजाए शराब का धंधा करने वालो को पकड़ें. हलाकि सरकार की इतनी कोशिश और प्रशासन द्वारा की गयी कड़ी मेहनत के बावजूद बिहार में शराब प्रत्यक्ष रूप से तो बंद हैं, मगर चोरी छिपे धरल्ले से शराब की बिक्री हो रही हैं, और इसके मुख्य अपराधी पकड़ में नहीं आते हैं, पर जी गरीब लोग हैं वो पैसे के लिए ये काम करते हैं और रिस्क लेते हैं, और कई बार तो इन शराब उद्योगपतियों की पहुंच ऊपर तक होती हैं जिसके चलते इनको अपने धंधे करने में कोई दिक्कत नहीं होती हैं,