Kasar Sub Station: पुराने सिक्के और नोट खरीद बिक्री के बहाने ठगने वाला गिरोह का पर्दाफाश, अंतरजिला गिरोह के 5 फ्रॉड गिरफ्तार
शेखपुरा। जिले के अरियरी प्रखंड अंतर्गत कसार सहायक थाना पुलिस ने थाना अध्यक्ष कुंदन कुमार के नेतृत्व में बीती रात्रि बरसा मोड़ के समीप वाहन चेकिंग के दौरान बाईक पर सवार पकड़े गए दो युवकों के निशानदेही पर अंतरजिला साइबर क्रिमिनल गिरोह के 5 बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।

87000 नकदी , 19 मोबाइल और बाईक सहित कई आपत्ति जनक सामग्री बरामद
जबकि इन बदमाशों के पास से 87 हजार नकद रुपए ,19 मोबाइल ,8 बैंक डेबिट कार्ड ,कई आधार कार्ड ,पैन कार्ड,पोस्ट ऑफिस का कई पासबुक , कई सिम ,दो डायरी ,एक बाईक सहित कई आपत्तिजनक कागजात और सैकड़ों मोबाइल उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर लिखा कागज बरामद करने में सफलता पाई है। इस बाबत बीती देर रात्रि एसपी कार्तिकेय शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी बदमाश पुराने नोट और सिक्के की खरीद बिक्री के बहाने लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे । पकड़े गए अपराधियों के पास से भारी संख्या में ठगी में प्रयुक्त होने वाले कागजात बरामद किए गए हैं। जिसमें मोबाइल नंबर अंकित है। वहीं कोलकाता नगर निगम से जुड़े कागजात मिले हैं। सभी अपराधी जिले के कसार थाना क्षेत्र के बरसा गांव निवासी है। थाना अध्यक्ष के द्वारा सभी की गिरफ्तारी की गई है।
इस संबंध में एसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष के द्वारा बरसा गांव के पास बीती रात को वाहन चेकिंग के दौरान बाइक सवार दयानंद साव और आकाश मिस्त्री पुलिस को देख भागने लगा। जिसे पकड़ा गया और कड़ाई से पूछताछ में साइबर अपराध का मामला सामने आया। दोनों से पूछताछ के बाद बरसा गांव के ही यशपाल कुमार, सत्येंद्र पासवान और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में स्थानीय अरियरी थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमे 14 लोगों को नामजद तथा अन्य अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
बता दें कि नालंदा और नवादा जिला के सीमा से सटे शेखपुरा जिला के शेखोपुर सराय थाना क्षेत्र का इलाका साइबर क्रिमिनलों का हब बना हुआ है। धीरे – धीरे गिरोह जिले के अन्य क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। हालांकि एसपी कार्तिकेय शर्मा इन गिरोहों के खात्मे हेतु लगातार प्रयासरत है। फिर भी गिरोह तेजी से पाव पसार रहा है।