हाईकोर्ट के फैसले पर भाजपा को जिम्मेवार ठहराते हुए माले ने निकाला विरोध मार्च
शेखपुरा न्यूज़। नगर निकाय चुनाव में आरक्षण के नियमों को लेकर पटना उच्च न्यायालय के आए फैसले के पीछे आरक्षण और दलित पिछड़े विरोधी भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाते हुए भाकपा माले ने भंडाफोड़ अभियान के तहत शनिवार को शेखपुरा में विशाल जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। आंदोलन का नेतृत्व माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय ने किया। उनके नेतृत्व में शहर के दल्लू चौक स्थित टाउन हॉल के पास से खांड पर, कटरा चौक, महात्मा गांधी मार्केट ,चांदनी चौक होते हुए जिला मुख्यालय तक विरोध मार्च निकाला ।

साथ ही कलेक्ट्रेट के समक्ष जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय द्वारा नगर निकाय चुनाव के वोटिंग के 5 दिन पहले चुनाव को स्थगित करना दुर्भाग्यपूर्ण है। दलित ,पिछड़ों के आरक्षण विरोधी भाजपा अतिपिछड़ों के प्रति प्रेम का ढोंग कर रही है, बिहार की सत्ता से यहां के गरीब दलित और पिछड़े ने इन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया है इसी बौखलाहट का नतीजा है।
पटना उच्च न्यायालय द्वारा ट्रिपल टेस्ट नही कराए जाने के आधार पर आरक्षित सीटों पर रोक लगा दिया।जबकि नगर निकाय का यह चुनाव 2007 के प्रावधानों के अनुरूप ही हो रहा था इस आधार पर 2012 और 2017 में चुनाव हो चुके है। लंबे अरसे से नगर विकास विभाग का जिम्मेवारी भाजपाई मंत्रियों के पास ही थे। तब उस समय यह सवाल क्यों नही उठाया गया। इसका जवाब तो भाजपा को ही देना होगा।इस कार्यक्रम में माले युवा नेता कमलेश प्रसाद,माले नेता कमलेश कुमार मानव,राजेश कुमार राय,नगर संयोजक मो आफताब आलम, आइसा के जिला संयोजक मो रिक्की खान,विद्यानंद चौहान,रामपुकार चौहान ,शर्मिला देवी ,गौरी देवी, आर वाई ए नेता संजीत कुमार सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित थे।
Source:शेखपुरा की हलचल