अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर पोखर में जा पलटा, बाल बाल बचे चालक
शेखपुरा न्यूज़: आजादी से लेकर अब तक कितनी सरकारें आईं और चली गईं। सभी ने विकास के नाम पर वोट लिए और विकास के बड़े-बड़े दावे भी किए, लेकिन यह दावे कितने हद तक सच हुए हैं। यह बात क्षेत्र की भुक्तभोगी जनता ही जानती है। कुछ ऐसा ही हाल उपेक्षा का दंश झेल रहा शेखपुरा प्रखंड के पैन पंचायत के डिहरी गाँव के लोग।

जहां के ग्रामीणों को आजादी के सात दशक बाद भी मुख्य मार्ग से अपने घर तक पहुंचने के पीसीसी ढलाई का निर्माण कराया गया था जो भी बरसों से क्षतिग्रस्त हो गया है। सड़क की मरम्मत के लिए कोई भी कार्य नहीं किया गया। इस गांव के लोग आज भी खुद को कोसकर ही अपनी भड़ास निकालने पर मजबूर हैं। खेत की मेड़ व चकरोड के सहारे बच-बचाकर घर को पहुंच रहे ग्रामीणों की दुर्दशा की कहानी सरकार के बड़े-बड़े दावों को जमीनी स्तर पर शर्मसार कर रही है।
ग्रामीण विकास कुमार का कहना है कि चुनाव के दिनों में विभिन्न राजनीतिक दल के लोग गांव में पहुंच बहे-बड़े दावे करते हैं, लेकिन फिर पलट कर नहीं देखते। जिससे बीती रात्रि करीब 9:00 बजे एक ट्रैक्टर वाहन गांव में ईटा गिराने आया था। और लौटने के क्रम में एक पोखर में पलट गया। भगवान का शुक्र है कि चालक बाल-बाल बचा। इस तरह की घटना अक्सर गांव में घटती रहती है।
कुछ दिन पहले पैन पंचायत के एक स्कूल में डीएम सावन कुमार के द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया था। उस समय भी गांव में पक्की सड़क निर्माण कराने को लेकर डीएम सावन कुमार से ग्रामीणों ने अपील की थी। पर ग्रामीणों का कहना है कि डीएम के द्वारा भी इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। जिससे बीती रात्रि एक बड़ा हादसा होने से टल गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसी तरह चलता रहा तो हम एक दिन अपना मत का बहिष्कार कर देंगे।
हम लोगों से बहला-फुसलाकर वोट ले लिया जाता है और हमारी मांगे पूरी नहीं होती है। जिससे हम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में कच्ची सड़क की हालत नारकीय हो जाती है। लोग कीचड़युक्त सड़क से होकर गांव से बाहर निकलते हैं। सड़क की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
source: sheikhpura mail