शेखपुरा न्यूज़। वर्षा के अभाव में जिला में उत्पन्न हो रहे सुखाड़ को लेकर मंगलवार को कृषि विभाग की आयोजित समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने वाले चार कृषि समन्वयकों के वेतन निकासी पर डीएम ने सावन कुमार ने रोक लगा दी। जबकि किसानों को मिलने वाले डीजल अनुदान की प्रगति आशा अनुरूप ने रहने पर DAO के कार्यों के प्रति नाराजगी जताई। कलेक्ट्रेट
के मंथन सभागार में सर्वप्रथम कृषि विभाग की समीक्षात्मक बैठक की गई। जिसमें प्रखंडवार सभी कृषि समन्वयकों का डीजल अनुदान व धान अच्छादन को लेकर समीक्षा की गई।समीक्षा के क्रम में डीजल अनुदान में आशानुकूल प्रगति नहीं होने के कारण डीएम द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई।

कृषि समन्वयकों को अपने-अपने क्षेत्र के भ्रमण का सख्त निदेश देते हुये उन्हें डीजल अनुदान को लेकर किसानों के बीच जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार करने का निदेश दिया गया। डीएम द्वारा बताया गया कि किसान हमारी अर्थव्यवस्था के आधार है अतएव स्पष्ट निदेश दिया गया कि क्षेत्र भ्रमण कर उनकी समस्याओं का शीघ्रता से समाधान करें। सभी पंचायत प्रतिनिधियों से (यथा मुखिया) से समन्वय स्थापित कर कार्य करें। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले कृषि समन्वयकों में रामचंद्र प्रसाद शेखोपुर, शंभू शरण शर्मा चेवाड़ा, अविनाश कुमार बरबीघा, प्रमोद कुमार शेखपुरा, के विरूद्ध डीएम द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई एवं अगले आदेश तक उनका वेतन स्थगित किया गया।
कृषि समन्वयकों द्वारा बताया गया कि वारिश की कमी के कारण धान का आच्छादन कम हुआ है। समीक्षा के क्रम में खाद वितरण की स्थिति संतोषजनक पाया गया। कुसुम्भा में बिजली की स्थिति संतोजनक नहीं रहने के कारण सुधार का निदेश दिया गया। सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को किसान सलाहकार के साथ प्रतिदिन बैठक कर समीक्षा करने का निदेश दिया गया। सभी कृषि समन्वयक/सलाहकार को जी॰पी॰एस॰ स्थिति साझा करने का आदेश दिया गया है। उक्त बैठक में डीडीसी , डी ए ओ, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक आदि उपस्थित थें।
source:शेखपुरा की हलचल