शेखपुरा न्यूज़ | बरबीघा प्रखंड अंतर्गत रजौरा गांव की वृद्ध महिला की मौत के बाद श्राद्ध कर्म संपन्न होने के उपरांत परिवार के लोगों के साथ बुधवार को बाढ़ स्थित उमाघाट में गंगा स्नान करने गए एक ही परिवार के चार सदस्य नदीं में डूब जाने की खबर के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। मृतकों के घर पर रह गए लोगों का रोते रोते बुरा हाल हो गया है। जबकि गांव के लोग मुकेश महतो के घर के समीप जमा हो गए है।इस घटना की सूचना मिलने के बाद गांव में सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में लोग उमानाथ पहुंच गए ।

स्थानीय गोताखोर शव खोजने में जुटे हुए है। इसमें एक पूरा परिवार उजड़ गया। परिवार के सदस्य ने बताया कि गंगा नदी में नहाने के दौरान डूब रही भतीजे के 25 वर्षीय पत्नी आभा एवं अपनी 16 वर्षीय बेटी सपना को बचाने गए 45 वर्षीय मुकेश महतो जब पानी में उतरे तब नदी के तेज बहाव में बह गए। मदद के लिए 13 वर्षीय पुत्र चंदन को पुकारा तो वो भी पिता की मदद के लिए नदी में कूद पड़ा। और फिर नियति ने इस परिवार के साथ जो क्रूर मजाक किया उसे देखकर देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। चारो लोग गंगा नदी में बह गए।अंत में इन सभी को बचाने गए आभा के पति साकेत भी नदी के तेज बहाव में बहने लगा तो स्नान कर रही महिलाओं ने साड़ी फेंक कर उनको डूबने से बचा लिया।
घटना की खबर सुन रजौरा गांव में मातम पसर गया। दोपहर तक नदी में डूबे लापता परिजनों का पता नहीं चल सका तो पीड़ित परिवार के कुछ सदस्य गांव वापस आ गए।दोनों बच्चे समेत पति को जिस गंगा ने अपने अंदर समा लिया । सभी लोग बदहवास महिलाओ को ढाढस देते दिखे। घर के सदस्य सोनू ने अपने आंखों से सारे दृश्य को देखा था। उसने बताया की सुबह 6 बजे गंगा स्नान करने के लिए सभी 15 सदस्य मैजिक गाड़ी से घर से निकले थे।सब ठीक ठाक से उमा घाट पर बने नए घाट पर पहुंच गए। जहां नहाने के दौरान नदी में काफी तेज धारा और गहराई कोई समझ नहीं सका। स्थानीय प्रशासन के द्वारा घाट पर कोई आपातकालीन व्यवस्था भी नही की गई थी।
मृतक आभा जहां नर्स की प्रशिक्षण लेकर घर में आर्थिक मदद के लिए तैयार थी। वहीं मृतक मुकेश कुमार के बच्चे 11वीं एवं नौवीं के छात्र थे।घटना पर लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी भरत कुमार ने बताया कि अगर लापता लोगों के शव एवं पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ जाती है तो सरकारी सहायता प्रखंड स्तर पर दी जाएगी।
source:शेखपुरा की हलचल