अक्सर बिहार का नाम सुनते ही लोगो के चेहरे पर अजीब से भाव आ जाते है , वही कुछ लोग बिहार को आईएएस और आईपीएस की खान मानते है, और जो की सही है, दूसरे स्टेट में यदि बिहारवासी जाने जाते है, तो वो है, अपने बुद्धिमता और परिश्रमी के कारण, और कइयों ने तो आईएएस और आईपीएस बन कर बिहार का नाम भी रौशन किया है, पर आज हम आपको बिहार के एक ऐसे सख्स का नाम बताने जा रहे है, जिन्होंने बिहार का नाम रौशन किया है, अपनी बुद्धिमता या परिश्रमिता के दम पर नहीं बल्कि अपनी रईसी के दम पर.

पटना के सरकारी स्कूल में पढ़े बिहार के अनिल अग्रवाल देश के 100 सबसे अधिक धनी लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं. विश्व प्रसिद्ध पत्रिका फोर्ब्स ने इनकी संपत्ति 2.5 बिलियन बताई है. फोर्ब्स के मुताबिक अनिल अग्रवाल बिहार के सबसे धनि व्यक्तियो की सूचि में नंबर 97नंबर पर है, जबकि पुरे वर्ल्ड में अनिल अग्रवाल का नाम 728 वे नंबर पर है, ऐसे में अनिल अग्रवाल हाल फिलहाल की मीडिया में बहुत तेजी से छा रहे है, और उनकी चर्चा लगभग हर जगह हो रही है,
हाल ही का ट्वीट :-
Addressed @ficci_india National Conference on Quality Systems Excellence and handed over certificates. Called for industry to proactively work in areas of Innovation, Standardization, Metrology, Conformity Assessment and Market Surveillance to be able to cater to global markets. pic.twitter.com/3u65bEeSVO
— Anil Agrawal (@anilarch) November 22, 2022
ऐसे तो यह मान्यता है की कोई भी शुभ काम करने से पहले हमें दही चीनी खिलाया जाता है, पर अनिल अग्रवाल के बारे में भी ऐसी ही खबरे है, की वो कोई भी स्पीच पहले दही चीनी खाते है,अक्सर अनिल सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते है, उन्होंने दही चीनी खाते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर डाली जिसमे उन्होंने लिखा था की किसी भी स्पीच को देने से पहले या कोई शुभ काम करने से पहले वो दही चीनी खाते है, और यह चीज़ उन्हें उनकी माँ ने सिखाई है,
कामयाब होने के साथ साथ अनिल अक्सर लोगो को सजेसन में देते रहते है, उनका कहना है, की किसी इंसान को कोई भी काम छोटा नहीं लगना चाहिए,अनिल अग्रवाल बिहार के पटना जिले के रहने वाले है, और उनका बचपन भी पटना में ही बीता है, अनिल अग्रवाल के पिता एलुमिनियम के छोटे मोटे व्यवसायी थे, और गौरबतलब है की प्रारंभ में उन्होंने अपने पिता के काम में हाथ बटाया था इसका मतलब उनका स्ट्रगल शुरुआत बहुत ज्यादा था