शेखपुरा न्यूज़। महज एक डिसमिल भूमि के लिए भारतीय जनता पार्टी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के वयोवृद्ध नेता और बराबर आंदोलनों के लिए चर्चित रहे शेखपुरा का मोदी कहे जाने वाले पंजाबी मोदी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। उनके धरना पर बैठने का कारण अंचल कार्यालय और सर्वे के कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार है। इस मामले में भूख हड़ताल पर पंजाबी मोदी के बैठने से पहले ही उनके द्वारा अधिकारियों को इसकी सूचना दिए जाने की बात कही गई है।लिखित रूप से उन्होंने से पहले भी सूचना दी थी । इस अवसर पर पंजाबी मोदी ने बताया कि उन्हें 1945 में ही उनके पिताजी के द्वारा एक डिसमिल जमीन की खरीद की गई थी।

इस मामले में पड़ोसी देवेंद्र सिंह से उनका झगड़ा भी चल रहा था।उधर, पंजाबी मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में संलिप्त होकर अंचल कार्यालय के द्वारा उस जमीन में विवाद क्रिएट करके पड़ोसी के हक में कागजी कार्रवाई की है। जिसको लेकर वे भूख हड़ताल पर बैठे हैं। बताया जाता है कि पंजाबी मोदी एक दर्जन बार भूख हड़ताल पर अभी तक बैठ चुके हैं । इनके द्वारा कई दिनों तक भूख हड़ताल राशन कार्ड में गड़बड़ी, ,अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार, वृद्धा पेंशन में गड़बड़ी इत्यादि मुद्दे पर किया जाता रहा है। इस बार इनके द्वारा अपने 1 डिसमिल जमीन में हक के लिए भूख हड़ताल किया गया है।
मौके पर उन्होंने कहा कि यदि कोई कागजात अंचलाधिकारी यहां आकर दिखा दे तो आज भी भूख हड़ताल समाप्त कर देंगे परंतु इंसाफ नहीं मिलेगा तो वह अंतिम सांस तक धरना भूख हड़ताल पर बैठे रहे हैं और उनको कोई यहां से नहीं हटा सकता। पंजाबी मोदी के द्वारा लगातार भूख हड़ताल के जाने से इनको शेखपुरा के मोदी भी कहा जाने लगा है। वहीं समाचार लिखे जाने तक पंजाबी मोदी से भूख हड़ताल खत्म कराने को लेकर अभी तक किसी ने संपर्क नहीं किया है।
Source:शेखपुरा की हलचल