प्रेस विज्ञप्ति।
2 जुलाई 2022 अरियरी,
अरियरी प्रखंड मुख्यालय पर भाकपा माले व अखिल भारतीय खेत एवम् ग्रामीण मजदूर सभा ने किया प्रदर्शन।
प्रदर्शन के नेतृत्व भाकपा माले प्रखंड सचिव कमलेश कुमार मानव व अखिल भारतीय खेत एवम् ग्रामीण मजदूर सभा संयोजक विश्वनाथ प्रसाद कर रहे थे, प्रदर्शन में भाकपा माले जिला सचिव विजय कुमार विजय माले युवा नेता कमलेश प्रसाद, आइसा जिला संयोजक रिकी खान,माले नेता राजेश कुमार राय,किसान नेता शिवनंदन यादव,प्रमोद महतो,जगदीश चौहान,सुबेलाल कुमार,संजीत कुमार,महिला नेत्री तेतरी देवी,गौरी देवी,सारधा देवी, लिंकु देवी सहित सैकड़ों महिला पुरुष भाग लिया।फरपर मुख्य चौक से जुलूस निकालकर अरियरी प्रखंड मुख्यालय पर किया तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी को संबोधित ज्ञापन दिया।
जुलूस में अग्नीपथ योजना वापस लो, जो गरीब जहां बसे हैं उस जमीन का पर्चा दो, मनरेगा में 200 दिन काम,₹600 दैनिक मजदूरी भुगतान करो, बिजली बिल में मनमानी नहीं चलेगी, बिजली बिल 2020 कानून वापस लो, दिल्ली पंजाब की तरह 200 यूनिट तक बिजली माफ करो, किसानों के लिए समय पर सस्ते खाद बीज का प्रबंध करो, बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों को उजाड़ना बंद करो, नयाबास आवास कानून बनाओ, आदि आदि नारे लगाए जा रहे थे।

जिला सचिव विजय कुमार विजय ने कहा के मोदी सरकार के 8 साल देश की अर्थव्यवस्था ने तबाही और आमजन पर बेरोजगारी वह महंगाई की मार देने वाला रहा है, आज देश आजादी के 74 साल में सबसे बुरे दिनों से गुजर रहा है लोग लगातार गरीबी रेखा के नीचे चले जा रहे हैं और सरकार लोगों को मूल मुद्दे से भटका कर वह देश में नफरत फैलाने में लगी हुई है अब जनता इसे समझने लगी है इसलिए इस सरकार के खिलाफ अब जनता तेजी से लामबंद होने लगी है। भाकपा माले प्रखंड सचिव सह किसान महसभा के राज्य परिषद सदस्य कमलेश कुमार मानव ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों के बांस आवास, रोजगार, सामाजिक मेल मिलाप तथा संविधान पर बुलडोजर चलाना बंद करें नहीं तो होगी बड़ी आंदोलन। उन्होंने कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर बिजली बिल में मनमानी की जा रही है और पूरे गांव में बिजली लाइन काट दी जा रही है जो कि अमानवीय व्यवहार है I उन्होंने यह भी कहा की अगर बिजली विभाग सुधार नहीं लाती है तो आगामी 5 जुलाई को बिजली कार्यालय शेखपुरा पर बड़ी प्रदर्शन की जाएगी, माले युवा नेता कमलेश प्रसाद ने कहा कि अब केंद्र सरकार ने अग्नीपथ योजना के जरिए सेना की बहाली में भी अवसर को घटाकर महज 4 साल कर दिया है I
केंद्र सरकार के इस निर्णय से सम्मानजनक रोजगार की बाट जोह रहे युवाओं को गहरा आघात लगा है,यह निर्णय देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी अत्यंत खतरनाक है,यह हमारी सेना के मनोबल को गिराएगा और उसकी पूरी संरचना को तहस नहस कर देगा, इसलिए केवल छात्र समुदाय ही नहीं बल्कि पूरा देश इसका विरोध कर रहा है देश की सुरक्षा व्यवस्था से सरकार ही खेल रही है इसकी इजाजत देश कैसे दे सकता है।

#विनाशकारी अग्निपथ योजना को तत्काल और पूरी तरह रद्द किया जाए।इस योजना के तहत भर्ती का नोटिफिकेशन वापस लिया जाए।
#सेना में पिछली बकाया 125000 वैकेंसी और इस वर्ष रिक्त होने वाले लगभग 60,000 पदों पर पहले की तरह नियमित भर्ती तत्काल शुरू की जाए।
#किसी भर्ती के लिए आवेदकों से ऐसा हलफनामा लेने की शर्त ना रखी जाए जो उन्हें लोकतांत्रिक प्रदर्शन के अधिकार से वंचित करती हो।
#अग्नीपथ विरोध प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज सभी झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं, गिरफ्तार जवानों को रिहा किया जाए और आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने जैसी शर्ते हटाई जाए।