शेखपुरा: जिला में धान अधिप्राप्ति का काम सम्पन्न हो गया है। सरकार द्वारा बढ़ाई गयी समय सीमा 21 फरवरी के 12 बजे रात्रि में समाप्त हो गया। जिले में इस साल बम्फर धान की उपज के कारण अधिप्राप्ति का लक्ष्य 50 हजार मैट्रिक टन रखा गया था। जिसमे से 38,504.35 मैट्रिक टन धान सरकारी दर पर खरीद किया जा सका। यह लक्ष्य का लगभग 70 प्रतिशत बताया जा रहा है।
अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार धान अधिप्राप्ति का पूरा व्यौरा सरकार को ऑनलाइन भेज दिया गया है। जिले में इस साल 7,911 किसानो ने धान बेचने के लिए निबंधन कराया था। लेकिन उनमे से केवल 4,619 से ही धान ख़रीदा जा सका। धान खरीद करने वाले सरकारी एनेज्सी पैक्स और व्यापर मंडल ने अभी तक 3,092 किसानो को उनकी बेचीं गयी धान की कीमत भुगतान कर दिया है।
उधर इस सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि धान अधिप्राप्ति के बाद राईस मिल द्वारा तैयार शत प्रतिशत चावल भारतीय खाध्य निगम द्वारा नहीं लिए जाने के कारण लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकी। दूसरी ओर सहकारी बैंक द्वारा समय पर खरीद एजेंसी को कैश क्रेडिट नहीं दिए जाने के कारण भी धान का लक्ष्य पीछे छुट गया। अब सभी पैक्स अध्यक्ष और व्यापार मंडल मिल में तैयार चावल को निगम के गोदाम में पहुचाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि चावल प्राप्त करने के बाद वहां से प्राप्त रूपये किसानो के बैंक खाता में पहुचाया जा सके।
सोर्स:शेखपुरा की हलचल
