शेखपुरा: निगरानी विभाग के जाँच में फर्जी प्रशिक्षण प्रमाणपत्र में जिले के विभिन्न विधालयो में कार्यरत आठ शिक्षक बुरी तरह फंस गए है। 34540 कोटि के बहाल सामान्य और उर्दू के इन शिक्षको को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में इन शिक्षको पर शिक्षा विभाग को गुमराह कर नियोजन पत्र प्राप्त करने का आरोप लगाया है।
अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार विधालय परीक्षा समिति के निगरानी पदाधिकारी का पत्र यहाँ पहुचते ही सभी आठ फर्जी शिक्षको को सेवा मुक्त कर दिया गया है। ये शिक्षक है अरियरी प्रखंड के बेलछी मध्य विधालय में तैनात नीलमणि कुमारी, सहनौरा के सोहनी अख्तर, उर्दू मकदब हुसैनाबाद के बीबी कुरबा, अरियरी विधालय के जाबेद हसन, खातून, बरबीघा के इस्माईपुर विधालय के आशा रानी, डुमरी के नरेश राम, सदर प्रखंड शेखपुरा के पंचा विधालय के बीबी नुसरत बानो और शेखोपुरसरायडीह के साहिन प्रवीण हैं।
बिहार विधालय परीक्षा समिति ने सूचित किया कि बर्ष 1991 में समिति द्वारा 4201, 4221, 4303, 104, 7107, 8206 आदि कोड का इस्तेमाल नहीं किया है। इसमें से अधिकांश शिक्षक ने पूर्णिया के विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण कालेज से फर्जी प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने का आरोप है। हालाकि इन शिक्षको की नियुक्ति पिछले साल ही हुए है।
सोर्स – शेखपुरा की हलचल
