शेखपुरा न्यूज़ । प्रेम विवाह के बाद सहोदर अनुज से पत्नी के नाजायज संबंध के कारण पत्नी और 4 माह के नन्हें पुत्र की हत्या करने के एक मामले का उद्भेदन शेखपुरा पुलिस ने की है। घटना के बारे में पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर रविवार को दी।प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि झारखंड के बोकारो निवासी मनोज यादव की पुत्री 22 वर्षीय दिव्या की शादी 2020 में प्रेम प्रसंग को लेकर खीरी पोखर निवासी डॉ नवल यादव के पुत्र आशीष कुमार के साथ हुई थी। आशीष कुमार से पहले उसके छोटे भाई अश्विनी कुमार से भी दिव्या का प्रेम संबंध था। बाद में आशीष से प्रेम संबंध हुआ और इससे बिहारशरीफ के मनीराम अखाड़ा में प्रेम विवाह भी किया। प्रेम विवाह किए जाने से डॉक्टर नवल यादव नाराज थे। इस वजह से आशीष कुमार धनबाद में साइबर कैफे खोल कर अपना जीवन यापन कर रहा था।

इसी बीच 2 वर्ष की एक बेटी और 4 वर्ष का एक बेटा हुआ। शादी के बाद दिव्या का फिर से संपर्क अश्वनी कुमार से हो गया और आशीष के छोटे भाई अश्वनी से संबंध की जानकारी आशीष को हो गई । इसी बीच डॉक्टर नवल कुमार अपने बेटा और बहू को पंचायत के माध्यम से सुलह करा कर अपने गांव ले आए । खीरी पोखर में ही डॉक्टर नवल कुमार झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा क्लीनिक चलाया जाता है। इसी बीच प्रेम विवाह से नाराज चल रहे थे। अपने बड़े बेटे आशीष को अपने पक्ष में करते हुए दिव्या की हत्या की साजिश रच डाली। दिव्या की हत्या से पहले 13 अक्टूबर को बेहोशी की दवा देकर उसको बेहोश कर दिया गया फिर एंबुलेंस चालक सुनील चौधरी के सहयोग से मुंगेर में दिव्या और 4 माह के बेटे को गंगा में बहा दिया गया।
इस पूरे घटनाक्रम में यह अफवाह फैलाई गई कि दिव्या घर से भाग गई है। इस मामले में 16 अक्टूबर को दिव्या के पिता मनोज यादव ने बेटी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई । जिसके बाद पुलिस ने किया अनुसंधान में सबसे पहले मामला जब सामने आया तो चालक सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया और अनुसंधान में तकनीकी सहायता से मामला साफ हो गया और बेहोशी की दवा देकर गंगा में दिव्या और 4 माह के पुत्र को बहा देने की बात भी सामने आई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिव्या कुमारी आशीष कुमार का फुफेरा भाई गुड्डू कुमार की साली थी । इस वजह से अश्विनी कुमार से भी पहले प्रेम संबंध था। बाद में बड़े भाई से प्रेम संबंध बनाकर उसे शादी रचा दी। दिव्या को जब बेटा हुआ तो आशीष कुमार के द्वारा उसे प्रताड़ित किए जाने की बात भी चर्चा में है। कहा जा रहा है कि वह अक्सर अपनी पत्नी को बेटे का चेहरा छोटे भाई से मिलने का ताना भी दिया करता था। उधर, इस मामले का उद्भेदन होने के बाद शेखपुरा पुलिस कप्तान की एक बार फिर से प्रशंसा हो रही है। जबरदस्त ढंग से कुछ ही दिनों में इस पूरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया। आशीष कुमार और एंबुलेंस चालक सुनील चौधरी को गिरफ्तार किया गया है।
Source:शेखपुरा की हलचल