शेखपुरा। जिले में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन, खेल मैदान व संसाधनों की कमी से यहां की प्रतिभाएं कुंद हो रही हैं। बहुत ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके अंदर उम्दा प्रदर्शन करने का दमखम दिखाई देता है, लेकिन संसाधनों के अभाव में उनका प्रदर्शन गांव के खेतों तक ही सिमट कर रह जाता है। खिलाड़ियों का कहना है कि उनकी सबसे बड़ी समस्या खेल मैदान की है।
खेल मैदान नहीं रहने के कारण वे अभ्यास नहीं कर पाते है। अभ्यास की कमी के कारण उन्हें प्रतियोगिताओं में मात खानी पड़ती है। शहर में भी बहुत बेहतर व्यवस्था देखने को नहीं मिलती है। जिले में खेल मैदान के नाम पर समाहरणालय व इस्लामिया स्कूल शेखपुरा, राम रुचि कालेज बरबीधा, चेवाडा खेल मैदान है।
समाहरणालय मैदान में जिला कार्यालय के बगल में रहने के कारण कोई खेल का आयोजन नहीं होता है और न ही विकसित किया गया है। बरबीधा, चेवाडा, इस्लामिया हाईस्कूल मैदान में खेल तो होता है, लेकिन यहां भी समुचित व्यवस्था नहीं है। साथ ही जिले के सभी प्रतियोगी इन मैदानों में प्रत्येक दिन आकर प्रैक्टिस करें यह संभव नहीं दिखता है। फलस्वरूप खिलाड़ी जान जोखिम में डालकर सड़क व उसके किनारे को ही खेल मैदान समझकर अपनी प्रतिभा निखारने में लगे हुए हैं ।
खेल पदाधिकारी परिमल ने बताया कि कला संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से आउटडोर स्टेडियम जिले के चेवाडा प्रखंड के एकाढ़ा गांव में विकसित किया गया है। वही, शेखोपुरसराय प्रखंड के नीमी गांव का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने उपरांत निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा। उन्होंने बताया कि जिले के शेखपुरा, बरबीधा, घाटकुसुमभा, अरियरी प्रखंडों से अभी तक स्थल चयन का रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण रिपोर्ट नहीं भेजी गई है। वहीं उन्होंने कहा कि स्थल के अभाव के कारण ही जिला मुख्यालय में खेल भवन सह व्यायामशाला का निर्माण नहीं हो पा रहा है। Input : Jagran
