सरकारी तालाब शेरपर के मामले में मापी प्रतिवेदन को गलत बताया
बरबीघा। जल जीवन हरियाली योजना के तहत बरबीघा टैंक शेरपर स्थित सरकारी तालाब के जीर्णोद्धार के पूर्व अंचल अमीन एवं अंचलाधिकारी बरबीघा के द्वारा तैयार किया गया। मापी प्रतिवेदन को मनगढ़ंत बताया है।
इस संबंध में लघु सिंचाई अनुमंडल बरबीघा के सहायक अभियंता द्वारा स्थानीय पुलिस को दिए गए आवेदन में इस बात को गलत तरीके से प्रतिवेदित किये जाने का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए शेरपर निवासी विजय कुमार सिंह की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि उन्होंने बरबीघा टैंक के जीर्णोधार के संबंध में किए जा रहे कार्यों के बारे में सूचना के अधिकार के तहत थानाध्यक्ष बरबीघा से जानकारी मांगी थी।
थानाध्यक्ष ने इस संबंध में लघु सिंचाई अनुमंडल बरबीघा के सहायक अभियंता द्वारा उन्हें दिए गए आवेदन के आधार पर सूचना प्रदान किया है। इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए चलाए जा रहे कार्य में विधि व्यवस्था संधारण करने के लिए पुलिस से सहयोग की मांग की थी।
इस प्रतिवेदन में लघु सिंचाई अनुमंडल बरबीघा द्वारा थानाध्यक्ष को जानकारी दी गई कि इस योजना के क्रियान्वयन में स्थानीय ग्रामीण एवं महिलाओं के द्वारा कार्य प्रारंभ करने नहीं दिया जा रहा है। जबकि इसे लेकर बरबीघा अंचलाधिकारी द्वारा तालाब की मापी कर सीमांकन किया जा चुका है। साथ ही जिला स्तरीय कमेटी से इसे पारित भी करवा लिया गया था। लक्ष्मी देवी ने आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग द्वारा जानकारी के तहत मापी आदि की बात दी गई है। उन्होंने अंचलाधिकारी के कथित मापी प्रतिवेदन को चुनौती देने का निर्णय लिया है।