Bilkis Bano Case : बिलकिस बानो रेप केस के तीन दोषी क्यों पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, जानिए क्या है पूरा मामला
बिलकिस बानो मामले के तीन दोषियों के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में तत्काल सुनवाई की मांग की है। याचिका का उल्लेख करने के बाद सुप्रीम कोर्ट उनकी याचिका को सूचीबद्ध करने के लिए सहमत हुआ है।
जेल अधिकारी के सामने आत्मसमर्पण करने का समय 21 जनवरी को समाप्त हो रहा है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट जल्द सूनवाई को तैयार हुआ है। यह याचिकाएं उन 11 लोगों को वापस जेल भेजने के आदेश के एक सप्ताह बाद आई है। जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जल्द ही रिहाई देने वाले आदेश को रद्द कर दिया था।
वरिष्ठ वकील वी चिताम्बरेस ने याचिका में शीघ्र सुनवाई की मांग करते हुए बताया कि तीनों लोगों के पास 21 जनवरी को आत्म समर्पण करने से पहले केवल 3 दिन का वक्त था। न्यायमूर्ति बीवी नगरत्ना ने रजिस्ट्री को एक पीठ गठित करने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश डिवाई चंद्रचूड़ से आदेश लेने का निर्देश दिया। न्याय मूर्ति उज्जवल भुइयां शुक्रवार 19 जनवरी को याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे।
अपनी याचिकाओं में तीन शख्स ने अधिक वक्त का अनुरोध करने के लिए पारिवारिक शादियों और आश्रित माता-पिता से लेकर फसल के मौसम तक के कारणों का हवाला दिया है।
8 जनवरी 2024 को एक ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानों के साथ गैंगरेप और उसकी 3 साल की बेटी सहित उसके परिवार के सात सदस्य की हत्या करने वाले 11 लोगों को सजा में छूट देने के गुजरात सरकार के फैसले को रद्द कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने 2022 में स्वतंत्रता दिवस पर रिहा किए गए दोषियों को 22 जनवरी तक आत्म समर्पण करने का भी आदेश दिया है।