Divisional Jail Sheikhpura: 30 दिनो तक जेल में कैदियों को प्रशिक्षण देने के बाद दिया प्रमाण पत्र
शेखपुरा। मंडल कारा में कैदियों को प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद प्रमाण पत्र का वितरण किया गया । जेल से बाहर निकालने के बाद अब इन कैदियों को आर्थिक रूप से किसी पर निर्भर नहीं रहने की आवश्यकता होगी। वह अपना खुद का स्वरोजगार कर सकते हैं। भारत सरकार के महत्वाकांक्षी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा इन कैदियों को 30 दिनों तक प्रशिक्षण दिया गया। कैदियों को एसी और फ्रिज रिपेयरिंग का प्रशिक्षण दिया गया।
संस्थान द्वारा अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा कैदियों को घरों में उपयोग होने वाले इस आम प्रयोग के उपयोगी वस्तु के मरम्मत के बारे में सभी पहलुओं को विस्तार से बताया गया। इस संबंध में प्राप्त जानकारी में बताया गया कि संस्थान के निदेशक बालाजी धरनीधरण, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक शशि भूषण, जेल उपाधीक्षक के सुशील कुमार सहित बड़ी संख्या में बैंक और जेल के अधिकारियों ने इन सभी 30 प्रशिक्षण प्राप्त कैदियों को प्रमाण पत्र वितरित किया। अग्रणी बैंक प्रबंधक ने सभी का हौसलाफजाई करते हुए बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत जब यह जेल से बाहर होकर खुली हवा में सांस लेंगे तो अपना स्वरोजगार शुरू कर आर्थिक तरक्की कर सकते हैं।
इनके स्वरोजगार शुरू करने के लिए बैंक द्वारा ऋण की भी सुविधा प्रदान की जाएगी ।उन्होंने सभी कैदियों को बाहर निकालने के बाद बैंक में खाता खुलवाकर स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऋण के लिए आवेदन करने की सलाह दी। उन्होंने अपने प्राप्त इस हुनर का इस्तेमाल अपने आर्थिक तरक्की में करने की सलाह दी। साथ ही परिवार के सुख समृद्धि में योगदान देने की बात कही। जेल में बंद कैदियों ने इस प्रशिक्षण को लेकर अधिकारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।