Daniyama- Sheikhpura: रेलवे द्वारा जबर्दस्ती जमीन अधिग्रहण की सूचना पर किसान गण धरना पर बैठे,रेलवे और किसानों के बीच रस्साकसी के कारण 10 वर्षों से दनियावा – शेखपुरा रेल लाइन परियोजना का कार्य है अवरुद्ध
बरबीघा। स्थानीय अंचल के नारायणपुर मौजा में रेल पटरी बिछाने की अवरुद्ध निर्माणधीन दनियावा – शेखपुरा रेल परियोजना के तहत रेलवे द्वारा तथाकथित जबरदस्ती जमीन अधिग्रहण की सूचना पर शनिवार को किसान दिवस के दिन ही किसान सुबह से ही धरना पर बैठ गए हैं। शेखपुरा – दनियावा रेल लाइन को लेकर बरबीघा के नारायणपुर मौजा में जमीन अधिग्रहण का विवाद काफी दिनों से चल रहा है ।इस विवाद को लेकर मुंगेर के लारा कोर्ट में मुकदमा चल रहा है।
![रेलवे द्वारा जबर्दस्ती जमीन अधिग्रहण की सूचना पर किसान गण धरना पर बैठे,रेलवे और किसानों के बीच रस्साकसी के कारण 10 वर्षों से दनियावा - शेखपुरा रेल लाइन परियोजना का कार्य है अवरुद्ध](https://thesheikhpura.com/wp-content/uploads/2023/12/InShot_20231224_105054790-1024x576.jpg)
मुकदमा का फैसला नहीं आया है। इसके बाद जमीन अधिग्रहण की तैयारी रेलवे द्वारा की गई है ।रेल पुलिस बल भारी संख्या में बरबीघा में बुलाया गया है। जिसकी सूचना पर किसान दुखी हो गए हैं और शनिवार की सुबह में भूमि अधिग्रहण के जमीन पर धरना पर बैठ गए हैं ।किसान दिवस पर धरना पर बैठे किसान प्रमोद कुमार, रंजीत कुमार इत्यादि ने बताया कि कुछ माह पहले जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी के द्वारा जमीन की मापी इस शर्त पर कराई गई थी कि बगैर लारा कोर्ट से फैसला आए इस पर कोई काम नहीं कराया जाएगा, परंतु अब रेलवे जबरदस्ती जमीन किसानों से छीनाना चाह रही है।
इसकी सूचना पर हम लोग धरना पर बैठे हैं । किसी भी कीमत पर जमीन अधिग्रहण का मुआवजा नहीं मिलने पर हम लोग यह जमीन रेलवे को नहीं देंगे। बता दें कि विवाद यह है कि 2014 से पहले का मुआवजा रेलवे के द्वारा दिया जा रहा है। जबकि किसानों की मांग है कि वर्तमान समय में मुआवजा की कीमत निर्धारित करके वह कीमत मिलना चाहिए। हाई कोर्ट के द्वारा भी किसानों के समर्थन में ही आदेश पारित किया गया था। बाद में विवाद को मुंगेर के जमीन अधिग्रहण के विवाद सुलझाने के लिए बनाए गए कोर्ट, लारा कोर्ट में भेजा गया है । जहां से अभी फैसला लंबित है। एसडीओ और एसडीपीओ के निगरानी में रेलवे ने बुलडोजरों के सहारे धरनास्थल की भूमि को छोड़कर शेष भूमि का समतलीकरण का कार्य किया गया। हालांकि किसानों का कहना है कि धरना आंदोलन जारी रहेगा।