Food Truck Video : ट्रक बदला रेस्टोरेंट में, देखकर सभी हो गए हैरान, बेहद दिलचस्प है यह वीडियो, अब आनंद महिंद्रा ने भी शेयर किया यह बात
हाल ही में उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक चाइनीस फूड ट्रक को उन्होंने कुछ ही मिनट में रेस्टोरेंट में बदलते हुए देखा इसके बाद वह काफी हैरान हो गए.
आज के समय में जुगाड़बाज लोगों की कोई कमी नहीं है कुछ ऐसा ही एक वीडियो उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अपने अकाउंट से शेयर किया है.
इस वीडियो मे चाइनीस फूड ट्रक को पूरी तरह से रेस्टोरेंट में बदलते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने यह पुराना वीडियो अपने एक अकाउंट पर शेयर किया है जिसमें कुछ मिनट में ही एक चाइनीस फूड ट्रक रेस्टोरेंट में बदल रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक सिंपल ट्रक देखते ही देखते रेस्टोरेंट में बदल गया है जिसमें सीढ़ियों से लेकर टेबल, काउंटर्स सब कुछ नजर आता है.
Fast Food.
— anand mahindra (@anandmahindra) February 20, 2024
Food trucks.
And now:
Fast Restaurants.
A new business model since it gives liberation from location to full-size restaurants.
It just goes where the market is.
👏🏽👏🏽👏🏽👍🏽pic.twitter.com/qU5hSBxUWx
वीडियो में फूड ट्रक एक कंपैक्ट मोबाइल यूनिट से एक बड़े से रेस्टोरेंट के सेटअप में बदल जाता है।इन्नोवेटिव बिजनेस मॉडल में गहरी रुचि के लिए जाने जाने वाले आनंद महिंद्रा ने इस क्रिएटिव तरीके की काफी तारीफ की है।उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में लिखा ‘फास्ट फूड. फूड ट्रक और अब फास्ट रेस्तरां. एक नया बिजनेस मॉडल क्योंकि ये जगह नहीं लेता और यह वहीं जाता है जहां बाजार है.’
जैसे ही वीडियो ऑनलाइन सामने आया, इसे 22 हजार से अधिक बार देखा गया. सोशल मीडिया पर लोग इस आइडिया से काफी प्रभावित दिखाई दे रहे हैं. वहीं कुछ लोग इसे इंडिया के लिए सही नहीं बता रहे हैं।उन्हें ऐसा लगता है कि यह इंडिया के लिए सूटेबल नहीं है एक यूजर ने लिखा, ‘इस तरह के विचार मुंबई में काम नहीं करेंगे, अन्यथा ये फेरीवाले ऐसे ही रेस्तरां बनाएंगे जो सड़क के बीच में खुलेंगे.
उन्होंने पहले ही मुंबई के फुटपाथों पर कब्जा कर लिया है.’ एक अन्य व्यक्ति ने कमेंट किया, ‘भारत को इसकी कोशिश नहीं करनी चाहिए. फुटपाथों और सड़कों पर फेरीवालों की कल्पना करें, जिससे पैदल चलने वालों का जीवन पहले से भी अधिक मुश्किल हो गया है.’ तीसरे यूजर ने लिखा, ‘यह मॉडल पहले ही महाराष्ट्र में किसी भारतीय द्वारा बनाया जा चुका है.’