Swami Govind Dev Giri Ji : काशी- मथुरा मिल जाए तो मस्जिदों के पीछे नहीं जाएंगे, राम मंदिर कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी का बड़ा बयान
रामनगरी अयोध्या में करोड़ों के आराध्य भगवान श्री राम के स्थापित होने के बाद अब काशी और मथुरा के मंदिरों को लेकर मांग तेज हो गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी महाराज ने रविवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, अगर अयोध्या के बाद काशी और मथुरा के धार्मिक स्थल शांति से मिल जाए तो हम लोग सभी मंदिरों से संबंधित मुद्दों को नहीं उठाएंगे। यानी इसके बाद कोई मांग नहीं करेंगे।
रविवार को पुणे में कार्यक्रम के दौरान गोविंद देव गिरी महाराज से जब सवाल किया गया कि बाकी मस्जिद तो मंदिर पर बनाए गए हैं, इस पर उन्होंने कहा कि हर बात कही नहीं जा सकती है। कहीं-कहीं समझदार लोग हैं और कहीं-कहीं नहीं है। जहां जिस प्रकार की स्थिति होगी उसी अनुसार काम करेंगे। हम किसी भी प्रकार के अशांति नहीं चाहते हैं।
गोविंद देव गिरि ने ज्ञान वापी पर कहा कि मुसलमानों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं, अयोध्या, ज्ञानवापी और कृष्ण जन्म भूमि हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। यह सभी आक्रांताओं द्वारा तोड़े गए थे। हमारे ऊपर यह सबसे बड़े दाग है। इसके कारण लोगों को दुख है, अगर वह इस दुख को भाईचारे के साथ खत्म कर देते हैं तो भाईचारा बढ़ाने में सहायता मिलेगी। बता दे की भव्य राम मंदिर बन चुका है और 22 जनवरी को रामलला अपने गर्भगृह में स्थापित हो चुके हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी महाराज के 75वे जन्मदिवस के अवसर पर देश के कई धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में वे पुणे में थे। इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में श्री