शेखपुरा न्यूज़

एक्सेलेंस कॉन्वेंट के 19 में से 15 बच्चों ने सिमुलतला की प्रवेश परीक्षा में परचम लहराया

बरबीघा। एक्सेलेंस कॉन्वेंट बरबीघा से 19 में से 15 बच्चो ने सिमुल्तल्ला आवासीय विधालय प्रिलिमिनरी टेस्ट परीक्षा में सफलता हासिल किया है | एक्सेलेंस कॉन्वेंट ने विगत वर्ष भी सिमुलतला को स्नेहा कुमारी के रूप में बिहार टॉपर भी दिया था। विधालय के निर्देशक शत्रुधन कुमार ने विधालय में आयोजन की अगुआई करते हुए कहा कि “सफलता कोई जादू से नहीं; बल्कि यह पसीने, दृढ़ संकल्प और कठोर परिश्रम से वास्तविक बनते है”जो कि एक्सेलेंस के बच्चों ने साबित कर दिखाया है।

एक्सेलेंस कॉन्वेंट के 19 में से 15 बच्चों ने सिमुलतला की प्रवेश परीक्षा में परचम लहराया
19 में से 15 बच्चों ने में परचम लहराया

विधालय के प्रिंसीपल इंजीनियर पिंकेश आनंद ने बच्चो को बधाई दी तथा आगामी मेन्स परीक्षा के लिए पूरी लगन व मेहनत के साथ तैयारी करने को कहा है। साथ ही साथ असफल बच्चों को ढाँढस देते हुए कहा कि “संयम और परिश्रम मनुष्य के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं” इसलिये संयमित रहकर निरन्तर प्रयास करते रहें एक दिन सफलता आपकी भी कदम चूमेगी।

परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले बच्चे इस प्रकार हैं- अक्ष राज पिता पंकज सिंह, सोनो, झाझा निवासी, अखंड ज्योति पिता धर्मेन्द्र कुमार, महिला, नालंदा, प्रणव राज पिता नित्यानंद कुमार, खोजागछी शेखपुरा, हर्ष राज पिता रजनीश कुमार, लोहान शेखपुरा, गोपाल कुमार पिता स्वर्गीय संजीव कुमार, ओठमा सिरारी, अमृत राज पिता धीरज कुमार, खोजागाछी शेखपुरा, प्राची सिन्हा पिता सुदर्शन कुमार, बभनबीघा शेखपुरा, साक्षी कुमारी पिता कपिल पाल, औरंगाबाद, निशु कुमारी पिता पिंटू कुमार, चेरोन नालंदा , अनुराधा कुमारी पिता अरुण प्रसाद, पोलहर पर शेखपुरा, माही कुमारी पिता अमित कुमार, औरंगाबाद, देवांशी पिता मुकेश कुमार, पिंजरी शेखपुरा, सोनाली कुमारी पिता बुलबुल सिंह, निमी शेखपुरा, श्रेया लक्ष्मी पिता जय शंकर, मेहूस शेखपुरा, दिव्य भारती पिता विनय कुमार, बरबीघा शेखपुरा निवासी इत्यादि बच्चों ने सफलता हांसिल कर अपना परचम लहराया है।

एक्सेलेंस कॉन्वेंट के शिक्षकों की मेहनत रंग लाई

एक्सेलेंस काँवेंट स्कूल के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की टीम ने सभी ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों बच्चो के लिए साल दर साल सुनहरा अवसर लाकर साबित किया है।इंजीनियर आनंद ने समारोह का समापन करते हुए कहा कि इस पुरी सफलता के पीछे पूरे विद्यालय परिवार का एक अथक प्रयास है एवं विद्यालय में इस अभूतपूर्व सफलता से पूरे विद्यालय परिवार में एक ख़ुशी की लहर दौड़ गई है।

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