Resistance March: माले कार्यकर्ताओं ने शहर में केंद्र सरकार के खिलाफ निकाला प्रतिरोध मार्च, जुलूस के शक्ल में पहुंचे कलेक्ट्रेट
शेखपुरा। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान पाने से बड़े पैमाने पर गरीबों के वंचित होने के विरोध में गुरुवार को माले कार्यकर्ताओं ने शहर में रोषपूर्ण प्रतिरोध मार्च निकाला। साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। केंद्र सरकार के खिलाफ प्रतिरोध मार्च में शामिल लोगो ने जिला अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
जमकर की नारेबाजी
आंदोलन का नेतृत्व भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय ने किया।अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले देश में दलित आदिवासियों पिछड़े समुदायों अत्यंत पिछड़े समुदायों वंचित और मजदूरों की गंभीर हालत के समाधान के लिए मोदी सरकार के खिलाफ जुलूस शहर के दल्लू चौक से प्रतिरोध मार्च के रूप में निकाला गया।
डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
यह मार्च शहर के कटरा चौक ,चांदनी चौक होते हुए जिला समाहरणालय पहुंचा। जहां आंदोलन में शामिल लोगो ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी से मिला और उनके माध्यम से राष्ट्रपति द्वारा भारत सरकार को आरोप पत्र भेजा।माले के जिला सचिव ने कहा कि स्वयंभू विश्व गुरु घोषित देश में नागरिक भूख और कुपोषण से पीड़ित है गरीबों की थाली से दाल गायब है, आवश्यक वस्तुओं तक का अभाव है ।आदि से अधिक आबादी स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक कैलोरी युक्त भोजन से वंचित है, बच्चों और महिलाओं की जीवन स्थितियों चिंताजनक है और हमारा देश अब भूख सूचकांक में 111 में स्थान पर है।
बुजुर्गों और विकलांगों को सम्मानजनक पेंशन देने से सरकार का इनकार अपराधिक संवेदनशीलता को प्रदर्शित करता है। घटती आय , बढ़ती बिजली दर और रसोई गैस की कीमतें दलित और गरीबों को फिर से अंधेरे युग में धकेल रही है। इस मौके पर किसान महासभा के जिला अध्यक्ष रामकृपाल सिंह, किसान महासभा के जिला सचिव कमलेश मानव, ऐक्टू के जिला संयोजक कमलेश प्रसाद माले नेता राजेश कुमार राय, विशेश्वर महतो, महिला नेत्री तेतरी देवी, शर्मिला देवी, नरेश मांझी आदि दर्जनों लोग शामिल थे।