लाखों की सरकारी राशि निकासी को लेकर DM के आदेश पर FIR
शेखपुरा न्यूज़। मनरेगा के तहत बिना निर्माण कार्य कराए लाखों रुपए की सरकारी विकास राशि निकासी कर लेना अब चेवाड़ा प्रखंड के छठियारा पंचायत के तत्कालीन मुखिया सहित मनरेगा के अन्य कर्मियों को महंगा पड़ गया। सोमवार को जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देश पर इन सभी के खिलाफ करंडे थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। चेवाड़ा अंचलाधिकारी रामेश्वर दास ने डीएम सावन कुमार के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिलाधिकारी ने आम लोगों की शिकायत पर गत 8 अक्टूबर को छठियारा पंचायत पहुंचकर मनरेगा के तहत संपादित किए गए। विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया था।

निरीक्षण के क्रम में यह बात सामने आई थी कि बिना कार्य कराए ही सरकारी राशि की निकासी निर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधि और मनरेगा कर्मियों ने निकासी कर ली गई। इस संबंध में पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार छठियारा के पूर्व मुखिया शकुंतला देवी, पंचायत रोजगार सेवक अभय कुमार सिंह, कनीय अभियंता मुकेश कुमार सिंह, लेखापाल संजय कुमार और शिवनाथ प्रसाद तथा पूर्व पंचायत रोजगार सेवक रामप्रवेश प्रसाद को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने इस मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है। लेकिन इस बीच सभी नामजद अभियुक्त भूमिगत हो गए हैं।
पुलिस इन सभी की गिरफ्तारी और मनरेगा कार्यालय के संचिका की जांच करने में जुटी हुई है। गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने छठियारा पंचायत के लुटौत गांव में आरसीसी नाला ढलाई की जांच के दौरान पाया कि इस योजना की राशि पहले ही निकासी कर ली गई है। उसी प्रकार मसाढी गांव में दो स्थानों पर पुलिया निर्माण की योजना में से मात्र एक का निर्माण किया गया था। इसी प्रकार सामुदायिक शौचालय आदि के निर्माण में भी गड़बड़ी पाई गई थी। जिलाधिकारी ने इन सभी योजनाओं में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ अभिलंब कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया था। जिलाधिकारी के आदेश के तहत अभी और कई योजनाओं को लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने की संभावना है।
Source:शेखपुरा की हलचल