घाटकुसुम्भा प्रखंड मुख्यालय से होकर बहने वाली हरोहर नदी में इन दिनों गंगा नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि देखी जा रही है। जिससे लोगों में बाढ़ का भय सताने लगा है। इस बाबत किसान सरोवर महतो, रघुनंदन महतो, ओम साहनी आदि बने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में टाटी नदी और हरोहर नदी का संगम स्थल है। हालांकि अभी जलस्तर बढ़ रहा है।
किंतु सावन महीने में इतना जलस्तर बढ़ना सामान्य है। हर वर्ष गंगा नदी का पानी और बरसात के पानी आने से दर्जनों गांव के खेत पूरे तीन महीने तक पानी मे डूबे रहते है। जिसमे गंगा नदी द्वारा लायी गयी मिट्टी खेतों को उपजाऊ बनाती है एवं मछली व्यवसाय से जुड़े लोग मछली पकड़कर बंगाल की मंडी तक पहुंचाते है। सामान्य जलजमाव से लोगों को बहुत ज्यादा फायदे हैं।
परंतु जिस गति से हरोहर का जलस्तर बढ़ रहा है उससे ये भी अंदेशा है कि आने वाले दिनों में पिछले साल की भांति इस साल भी लोगों को बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़े। पिछले वर्ष बाढ़ के पानी की वजह से बटौरा, सुजावलपुर, अकरपुर, गदबदिया, पानापुर, महम्मदपुर, जितपारपुर, आलापुर समेत दर्जनों गांव का रोड से संपर्क टूट गया था एवं खेतों में लगे धान, मक्का, अरहर फसल पानी मे डूब गए थे। सड़क सम्पर्क टूट जाने के कारण लोगों को नाव ही एकमात्र सहारा था।
