इंडियन रेलवे की प्रेफ़ेन्स और सुविधा के बारे में हम सब को पता है,और इंडियन रेलवे , अपने सिस्टम सुधारने के लिए बराबर कुछ न कुछ करते रहती है, और इस बार रेलवे द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाई की गई है, जिसमे रेलवे ने पिछले 16 महीने के दौरान हर तीन दिन में एक ‘निकम्मे या भ्रष्ट अधिकारी’ को बर्खास्त किया है. इसके अलावा 139 अधिकारियो को स्वैच्छिक vrs के लिए लगातार प्रेशर डाला जा रहा है, तथा 38 कर्मचारियों को आलरेडी हटा दिया गया है.

सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब से रेलवे ने एक दिन पहले ही वरिष्ठ स्तर के दो अधिकारियो को काम से हटाया है, सूत्रों के हिंसाब से पता चला है की इनमे से एक को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने हैदराबाद में 5 लाख रुपये की रिश्वत के साथ जबकि दूसरे को रांची में 3 लाख रुपये के साथ पकड़ा है. रेलवे के एक अधिकारी जो रेलवे मिनिस्टर है, उनका कहना है, की रेलवे के “काम करो नहीं तो हटो “नियम के को लेकर हम लोग बहुत सजग हैं
हाल ही का ट्वीट :-
Reviewed the development of Made in India 4G and 5G telecom stack at @CDOT_India. pic.twitter.com/IMKrX221sx
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) November 23, 2022
रेलवे मिनिस्टर का कहना है की हमने जुलाई 2021 से हर तीन दिन में रेलवे के एक भ्रष्ट अधिकारी को बाहर किया है.’ रेलवे के इस फैसले के बाद कर्मचारियों के बीच खल-बली मची हुई है.सारे भ्रस्ट कर्मचारी के ऊपर गाज गिरने वाली है,
इधर इन सब के बिच रेलवे ने लगभग 9700 मामले में लगभग 68 लाख रूपए वसूले, जिसमे बगैर टिकट यात्रा करने वालो की संख्या बहुत ज्यादा है, वैसे देखा जाय तो
इंडिया में बगैर टिकट यात्रा करने वालो की संख्या बहुत ज्यादा है, पर डे लोग फ़ास्ट और सुपरफास्ट ट्रेनों में बगैर टिकट के यात्रा करते है, जोकि दंडनीय अपराध है, और लोग उसका खामियाजा भी भुगतते है.